कोयलांचल में रोजाना सैकड़ो छोटी बड़ी गाड़ियों से हो रही मवेशियों की तस्करी पुलिस और स्थानीय कलमकार हो रहे है मालामाल कतरास क्षेत्र के रास्ते होकर प्रतिदिन गुजरती है तस्कर की गाडियां ।
आपको बता दे की कोयलांचल में रोजाना सैकड़ो छोटी बड़ी गाड़ियों से हो रही मवेशियों की तस्करी । इस कार्य में पुलिस और स्थानीय कलम के ठेकेदार मालामाल हो रहे है । बताते चले की महुदा और सोनारडीह के रास्ते कतरास थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली मवेसी तस्करों को पुलिस भी आई पी सुरक्षा इंतजाम देने में कोई कसर बाकी नही छोड़ रही है। हलाकि इनके साथ देने के लिए हर वक़्त कुछ कलम के ठेकेदार भी तैनात रहते है।, क्योकि कलमकारों और पुलिस के बीच बहुत मधुर संबंध देखने को मिल रहा है। दोनो की गठजोड़ से प्रतिदिन प्रातः 4 बजे से 10 बजे तक सैकड़ो छोटी बड़ी गाड़ियों से मवेसी तस्करी होती है। तस्करों द्वारा इन लोगो को भी खुश कर दिया जाता है ।
बताते चले कि बंगाल में मवेशी तस्करी मामले में सीबीआई जांच और कईयों की गिरफ्तारी होने के बाद ऐसा लग रहा था कि अब मवेसी तस्करी पर लगाम लग जाएगा। लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
उत्तर बंगाल का सीमावर्ती भारत नेपाल और बांग्लादेश पशु तस्करों के लिए स्वर्ग बन गया है। यहां बिहार झारखंड से बड़ी मात्रा में पशुओं को खरीदकर तस्करों के हाथों बेचा जा रहा है। इस धंधे से जुड़े लोगों के हौसले सातवे आसमान पर रहता ही ऐसे तस्करों पर जल्द से जल्द लगाम लगाने की जरूरत है । ताकि गौ वंश तस्करी पर लगाम लग सके ।अब देखना होगा की जिला प्रशासन ऐसे तस्करों पर लगाम लगाने में सफल हो पाती है या नही ।